शुक्रवार, 28 जून 2024

विद्यापति : शृंखला आरंभ की सूचना

सूचना -


    हम कल से अगले दस दिन तक अभिनव जयदेव; #विद्यापति, मैथिल कोकिल के जीवन, काव्य और उनसे संबंधित इतिहास, किंवदंतियों आदि पर चर्चा करेंगे। विद्यापति शैव, वैष्णव और शाक्त के संगम हैं। उनके यहां इतिहास बहुत स्पष्ट और अभिलिखित है। कविता में शृंगार योजना ऋषियों को भी विचलित कर देने वाला है। राधा और कृष्ण के प्रेम का अकुंठ और मादक रूप बहुत आकर्षक है। उनकी रचना में मिथिला क्षेत्र के साथ जौनपुर का भी उल्लेख है। विद्यापति की रचनाओं ने हिंदी साहित्य को गहरे स्तर तक प्रभावित किया है। वह बंगाल और ओडिसा तक में समान रूप से लोकप्रिय हैं। नागार्जुन, रेणु और रामवृक्ष बेनीपुरी पर उनका गहरा प्रभाव है।


तो आगामी दस दिन तक हम विद्यापति पर एक स्वतंत्र पोस्ट लिखेंगे। आपसे अपेक्षा रहेगी कि हमारा उत्साहवर्धन करेंगे।

विद्यापति


कमेंट बॉक्स में बताइए कि क्या आप इस शृंखला के लिए तैयार हैं।


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एक्स पोस्ट से प्रेरणा

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