जिमी अमोघ रघुपति कर बाना।
एही भाँति चलेउ हनुमाना॥
रघुपति के बाण को #अमोघ कहा गया है। अमोघ का अर्थ है अचूक। अपने लक्ष्य का भेद करने वाला। विशेष
बात यह है कि अमोघ अस्त्र लक्ष्य के स्थान बदल लेने पर भी वेधने में सक्षम है।
भारतीय परंपरा में ऐसे संधानकर्ता रहे हैं। सूर्यवंशी अमोघ साधक हैं।