गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

कथावार्ता : #covid_19 : प्रिय विद्यार्थियों से एक अपील


प्यारे बच्चों!
आजकल वैश्विक महामारी #covid_19 ने जीवन को अस्त व्यस्त कर रखा है। देश ही नहीं दुनिया के सभी देशों में लगभग लॉक डाउन चल रहा है। आप जान रहे हैं कि हम सबसे सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की अपील हुई है। इसका अर्थ है कि हम एक दूसरे के संपर्क में कम से कम रहें क्योंकि यह बीमारी जिस विषाणु से फैलता है, वह विषाणु एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के साथ संपर्क में आने से फैलता है। अतः हम एक दूसरे से पर्याप्त दूरी बना कर रखें। सरकार द्वारा बताए जा रहे उपायों का पालन करें।
आप जानते हैं कि इस बीमारी को covid-19 क्यों कहा जा रहा है? इसका पूरा नाम इस प्रकार है।
CO-     CORONA
VI-      VIRUS
D-       DISEASE
19 –    2019        =  COVID_19

हालांकि इस विषाणु को चीनी वुहान विषाणु भी कहा जा रहा है क्योंकि इसका उदय चीन के वुहान शहर से हुआ है। इस विषाणु से ग्रस्त मरीज का सबसे पहला मामला चीन के इसी शहर से आया था। जबकि भारत में इस बीमारी का पहला मरीज केरल में मिला, जो चीन के इसी शहर वुहान से ही आया था। लेकिन मुझे यहां इस बात पर विचार नहीं करना है।
प्यारे बच्चों! आज इस विषाणु से जनित व्याधि से पूरे विश्व में लगभग 10 लाख लोग ग्रस्त हो चुके हैं और रोजाना लगभग 5000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने इसे वैश्विक महामारी घोषित कर रखा है। वर्तमान में इटली, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, हॉलैंड, ईरान आदि देश इस व्याधि से सर्वाधिक पीड़ित हैं। हमारा देश भारत इस व्याधि से लड़ने के लिए कटिबद्ध है। उसने हम भारतीय नागरिकों के जीवन रक्षा और इस विपदा से बचाव के लिए अभूतपूर्व उपाय किए हैं। तथापि यहां कतिपय कारणों से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। #covid_19 से निजात पाने के लिए, इससे जुड़ी जानकारी के लिए भारत सरकार ने एक वेब पोर्टल जारी किया है। यहाँ आप प्रति मिनट इस बीमारी से हो रही हलचलों को देख सकते हैं।  भारत में covid_19 की हलचल के लिए यहाँ क्लिक करें। दुनिया भर में इस बीमारी के बारे में जानने और उससे जुड़ी जानकारियों के लिए कई पोर्टल बने हैं। दुनिया भर में हो रही हलचल के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
          ऐसे कठिन समय में मैं आपसे अपील करता हूं कि आप अपने स्तर से भी इस व्याधि से लड़ने में सक्रिय भागीदारी कर सकते हैं। आप अपने आस-पास के लोगों को इस बीमारी और उसकी गंभीरता से अवगत कराएं। उन्हें बताएं कि निरन्तर स्वच्छता बरतते रहने, हाथ धोते रहने और ऐतिहात बरतने से आप इससे बच सकते हैं। और दूसरे लोगों को भी संक्रमण से बचा सकते हैं। अगर आप इस व्याधि से जुड़े किसी संक्रमित व्यक्ति को जानते हैं तो उसकी जानकारी हेल्पलाइन नंबर 112 या 100 नम्बर पर पुलिस को दें। आप अफवाह फैलाने वाले लोगों को भी चिन्हित कर सकते हैं और उचित माध्यम से जानकारी साझा कर सकते हैं।
          इस बीमारी की गंभीरता का अनुमान इससे लगा सकते हैं कि भारतीय रेल जो युद्ध के समय में भी बंद नहीं हुई, वह पिछले दो सप्ताह से ठप्प है। हवाई जहाज नहीं उड़ रहे। बस और सार्वजनिक परिवहन रोक दिए गए हैं। आवश्यक सेवाओं को छोडकर सभी प्रतिष्ठान बंद कर दिये गए हैं।
          प्यारे बच्चों!
         इस व्याधि से बचाव ही इसका इलाज है। अतः बचाव के उपाय करें। बाहर न निकलें। अपने घर की चारदीवारी में ही रहें। नियमित योगासन और व्यायाम करें। अध्ययन जारी रखें। चित्रकारी करें। नृत्य - संगीत का अभ्यास करें। अच्छी और प्रेरणादायी फिल्में देखें। रचनात्मक रहें। हम इस व्याधि से इसी तरह निजात पा सकते हैं।
इस कठिन समय मे जब हर तरफ लॉकडाउन चल रहा है, हमारी सरकार को हमारी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए अतिरिक्त प्रयास करना पड़ रहा है। ऐसे समय में हम सरकार की सहायता भी कर सकते हैं। प्रधानमंत्री राहत कोष अथवा PMCARES Fund अथवा मुख्यमंत्री राहत कोष, उत्तर प्रदेश में योगदान कर सकते हैं।
         
अंत में, मैं - प्रख्यात कवि वीरेन डंगवाल की इन काव्य पंक्तियों के साथ अपनी बात समाप्त करता हूं –
"मैं नहीं तसल्ली झूठ-मूठ की देता हूँ
हर सपने के पीछे सच्चाई होती है
हर दौर कभी तो ख़त्म हुआ ही करता है
हर कठिनाई कुछ राह दिखा ही देती है
आए हैं जब चलकर इतने लाख बरस
इसके आगे भी चलते ही जाएँगे
आएँगे उजले दिन ज़रूर आएँगे !"

डॉ रमाकान्त राय
असिस्टेंट प्रोफेसर, हिन्दी;
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, इटावा, उत्तर प्रदेश


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सद्य: आलोकित!

सच्ची कला

 आचार्य कुबेरनाथ राय का निबंध "सच्ची कला"। यह निबंध उनके संग्रह पत्र मणिपुतुल के नाम से लिया गया है। सुनिए।

आपने जब देखा, तब की संख्या.