रामायण का अर्थ है राम का अयन। अयन मार्ग को कहते हैं। राम जिस मार्ग पर चले उसे रामायण के कर्ता आदिकवि वाल्मीकि समाज को दिखाना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने अपने काव्य को रामायण कहा।
- राधा वल्लभ त्रिपाठी।
#रामायण
एक टिप्पणी भेजें
आचार्य कुबेरनाथ राय का निबंध "सच्ची कला"। यह निबंध उनके संग्रह पत्र मणिपुतुल के नाम से लिया गया है। सुनिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें