गुरुवार, 27 दिसंबर 2018

पीला खून पीली रोशनाई- राही मासूम रज़ा

   
    सिदाक़त हुसैन राही मासूम रज़ा का छद्म नाम था। राही मासूम रज़ा कई छद्म नाम से लिखते थे। सिदाक़त हुसैन नाम से उनका स्तम्भ 'माधुरी' में छपता था। यह एक दुर्लभ स्तम्भ आज अरविंद कुमार के सौजन्य से प्राप्त हुआ।

कोई टिप्पणी नहीं:

सद्य: आलोकित!

अंगद रावण संवाद

मुझे अंगद रावण संवाद पढ़ने में बहुत आनंद मिलता है। दोनों हांके पड़े हैं। युवराज अंगद तनिक भी कम नहीं हैं। जब लंकाधिपति रावण कहता है कि वनवास...

आपने जब देखा, तब की संख्या.